उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर Mahakal Temple से अश्विन मास के चंद्र दर्शन की दूज पर माता पार्वती की सवारी Ride of mata parvati निकली।
उल्लेखनीय है कि साल में एक बार निकलने वाली सवारी में माता उमा रजत पालकी में और Mahakal Temple भगवान महाकाल मनमहेश रूप में नंदी पर सवार होकर भक्तों को दर्शन देने निकले।
अपने परंपरागत मार्ग से होते हुए सवारी मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंची। यहां पुजारियों ने नाव में बैठकर सांझी विसर्जित की। पश्चात सवारी मंदिर की ओर रवाना हुई। सवारी को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि हाल ही के दिनों में जोरदार बारिश से इन दिनों शिप्रा नदी उफान पर है।
दोपहर 3.30 बजे मंदिर के सभा मंडप में पुजारियों ने माता पार्वती की पूजा-अर्चना कर पालकी को नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। महाकाल घाटी, तोपखाना, दौलतगंज, फव्वारा चौक, नईसड़क, कंठाल, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, कार्तिक चौक होते हुए शाम करीब 6.30 बजे सवारी शिप्रा के रामघाट पहुंची। सवारी जिस मार्ग से भी गुजरी वहां धर्म और आस्था का माहौल निर्मित हो गया। लोगों ने करतल ध्वनि से इसकी अगवानी की।