बैतूल, फर्जी तरीके से गरीबी रेखा में नाम जोड़कर सस्ता राशन लेने वालों की खैर नहीं. जल्द ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा सर्वे अभियान चलाकर गरीबी रेखा में फर्जी तरीके से नाम जोडऩे वालों को बाहर करेगे. जिसको लेकर कवायद तेज कर दी है. सर्वे दल को गठित करने का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. शासन के निर्देश आने के बाद यह कार्रवाही शुरू हुई है. अधूरे सर्वे और रिफरिशों के चलते कई लोगों के नाम फर्जी तरीके से गरीबी रेखा में जोड़ लिये गये है. यह लोग सस्ता राशन लेकर वास्तव रूप से गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को निवाला छीन रहे है.
अब फर्जी गरीबों का ज्यादा दिन यह खेल नहीं चलेगा. इसमें अलग-अलग बिंदुओं के तहत जांच की जायेगी. जांच के मुताबिक जो भी गरीबी रेखा के अंदर नहीं आयेंगे उनका नाम गरीबी रेखा से काटा जायेगा. गरीबी रेखा का कार्ड बनाकर कई लोगों ने फर्जी तरीके से लाभ उठाया है. इन बिंदुओं के आधार पर होगी जांच : गरीबी रेखा से जुड़े लोगों का सर्वे टीम द्वारा निम्न बिंदुओं पर जांच की जायेगी. जिसमें अपात्र लोगों के नाम अलग करेगे और जो गरीबी रेखा में पात्रता रखते है उनके नाम ऑनलाईन किये जायेगे. इस बार ऑनलाईन सर्वे में कोई गलती होती है तो इसकी जवाबदारी सर्वे दल की होगी.